जितेन्द्र मेघवाल को न्याय दिलाने उतरी बसपा, सड़क से संसद तक संघर्ष का ऐलान

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 हत्या के चार महीने से ज्यादा बीतने के बावजूद राजस्थान के युवा जितेन्द्र मेघवाल को इंसाफ नहीं मिलने के बाद बहुजन समाज पार्टी ने जितेन्द्र को इंसाफ दिलाने को लेकर मोर्चा खोल दिया है। बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने बीते 30 जुलाई को जितेन्द्र मेघवाल के घर पहुंच कर उनके परिवार से मुलाकात की और जितेंद्र मेघवाल के आश्रितों को भी उदयपुर के कन्हैया लाल हत्याकांड की तर्ज पर 50 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की।

 बसपा नेताओं ने राजस्थान सरकार पर आरोप लगाया कि राज्य सरकार एक जैसे ही मामलों में मृतकों को राहत सहायता देने में भी भेदभाव करती है। बसपा नेताओं का आरोप है कि जितेंद्र मेघवाल की हत्या भी जातिगत मानसिकता के चलते ही सार्वजनिक रूप से की गई थी। दिनदहाड़े हत्या के बावजूद सरकार ने उनके परिजनों को न तो आज तक 50 लाख रुपए की सहायता दी और ना ही किसी परिजन को सरकारी नौकरी दी, जबकि दूसरे मामलों में सरकार ऐसा करती रही है । बसपा नेताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहोलत सरकार के रवैये पर सवाल उठाया। बसपा प्रतिनिधिमंडल का कहना था कि इससे साफ है कि सरकार की दलितों के प्रति कथनी और करनी में अंतर है।

 तकरीबन चार महीने पहले राजस्थान में घटी एक घटना से देश भर में हंगामा मच गया था। 15 मार्च 2022 को जितेन्द्रपाल मेघवाल नाम के दलित समाज के एक युवक की हत्या कर दी गई। जितेन्द्र के परिवार का आरोप था कि जितेन्द्र अच्छे कपड़े पहनता था, मूंछे रखता था और रॉयल लाइफ जीने की बात करता था। साथ ही इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करता था, जो कि जातिवादी गुंडों सूरज सिंह, राजपुरोहित और रमेश सिंह को अखर गया था। इसके बाद 15 मार्च को बाइक से जा रहे जितेन्द्र मेघवाल की पीछे से चाकू गोदकर हत्या कर दी गई। जितेन्द्र पाली जिले के बाली स्थित सरकारी हॉस्पीटल में कोविड हेल्थ सहायक के पद पर तैनात थे।

जितेन्द्र की हत्या के बाद से ही उसके परिजन मृतक के भाई को सरकारी नौकरी देने, आर्थिक रूप से कमजोर मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए देने की मांग कर रहे हैं। तब धरने पर बैठे परिजनों को स्थानीय प्रशासन ने उम्मीद दिलाई थी कि वो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक परिवार की मांग पहुंचा देंगे। लेकिन लगता है कि तब से मुख्यमंत्री सचिवालय ने दलित समाज के जितेन्द्र मेघवाल के इस मामले में आंखें बंद कर ली है।

हालांकि बसपा के इस मुद्दे को उठाने से परिजनों को इंसाफ की उम्मीद जगी है।  बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद राम जी गौतम, सुरेश आर्य,नप्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा, पूर्व विधायक पूरणमल सैनी, प्रदेश उपाध्यक्ष सीताराम मेघवाल सहित तमाम पदाधिकारी मौजूद रहें।

इस मुलाकात की तस्वीर ट्विट करते हुए बसपा के राज्यसभा सांसद रामजी गौतम ने कहा कि BSP राजस्थान यूनिट इस हक के लिये सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष करेगी। जितेन्द्र मेघवाल के परिजनों का जिक्र करते हुए बसपा सांसद ने लिखा कि आपका हाथ एक बेटे की हैसियत से पकड़कर यह वादा कर रहा हूँ न्याय दिलाकर रहूँगा।

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