लखनऊ। एक बार फिर बीजेपी की मनमानी को देखते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्र सरकार पर जमकर बरसी. मायावती ने यूपीएससी में संयुक्त सचिव के पदों पर प्राइवेट नियुक्ति के फैसले से लेकर गोरखपुर मेडिकल कालेज के चर्चित डा. कफील खान के भाई काशिफ जमील पर रविवार रात हुये कातिलाना हमले के साथ-साथ इलाहाबाद में वकील रवि तिवारी की हत्या की तीव्र निन्दा की. बहन मायावती ने कहा कि ये घटनायें उत्तर प्रदेश में बढ़ते जंगलराज का प्रमाण नहीं तो और क्या हैं? प्रदेश में बीजेपी सरकार को जनसुरक्षा, जनहित व जनकल्याण पर ख़ास ध्यान केन्द्रित करने की जरूरत है.
इस दौरान विशेष तौर पर यूपीएससी मुद्दे को लेकर कहा कि विभागों के प्राइवेट लोगों को ’संयुक्त सचिव’ स्तर पर नियुक्ति वास्तव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार की प्रशासनिक विफलता का परिणाम लगता है तथा खतरनाक प्रवृति को दर्शाता है. साथ ही उत्तर प्रदेश में बढ़ रहे अपराध को लेकर कहा कि यह जंगलराज के प्रमाण हैं. बीजेपी के नेताओं को जुमलेबाजी के सिवा कुछ नहीं आता. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी पर तंज कसते हुए कहा कि आज बीजेपी का हर स्तर का नेता यह मानकर चलने लगा है कि ‘‘संइया भये कोतवाल तो अब डर काह का.”
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