कानपुर। बसपा ने दो पूर्व विधायकों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. बसपा सुप्रीमो मायावती के आदेश के बाद पूर्व विधायक कमलेश दिवाकर और राम प्रकाश कुशवाहा को पार्टी से निष्काषित कर दिया गया है. इन पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया गया है. दोनों पूर्व विधायक कानपुर के ग्रामीण क्षेत्र के सबसे दमदार नेता रहे हैं. इसके साथ ही कानपुर की नई कार्यकारणी की भी घोषणा भी कर दी गई है.
बहुजन समाज पार्टी के सक्रिय नेता रहे कमलेश दिवाकर 2012 में बिल्हौर विधान सभा से जीते थे. वहीं राम प्रकाश कुशवाहा घाटमपुर विधान सभा से विधायक बने थे. बिल्हौर विधानसभा में कमलेश दिवाकर की अच्छी पकड़ थी. वहीं बैकवर्ड और मुस्लिम बहुल क्षेत्र वाले घाटमपुर विधान सभा क्षेत्र के बैकवर्ड वोट बैंक में राम प्रकाश कुशवाहा की काफी धमक है. बसपा जिलाध्यक्ष राम शंकर कुरील ने स्पष्ट किया कि दोनों ही पूर्व विधायको को अनुशासनहीनता एवं विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण पार्टी से निष्काषित किया गया है.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कानपुर नगर संगठन की नई कार्यकारणी की घोषणा की है, जिसमें रामशंकर कुरील को जिलाध्यक्ष, सुनीता शुक्ला को जिला उपाध्यक्ष, नत्थू लाल दिवाकर को जिला सचिव, योगेन्द्र कुशवाहा कोषाध्यक्ष, मो. इमरान को जिला सचिव, गिरधारी लाल को जिला संयोजक बनाया गया है.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।