लखनऊ। बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने लखनऊ के रिसालदार पार्क में बौद्ध भिक्षु प्रज्ञानंद के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके अंतिम दर्शन किए…बाबासाहेब अम्बेडकर को धम्म दीक्षा दिलाने वाले गुरु भदंत प्रज्ञानंद महास्थवीर का बीते गुरुवार को परिनिर्वाण हो गया था…उन्हें सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत थी…जिसके बाद प्रज्ञानंद को केजीएमयू में भर्ती कराया गया था…
मायावती को वैसे भी बौद्ध धर्म से काफी लगाव रहा है…उन्होंने अपने शासन काल में गौतम बुद्ध नगर नाम का शहर बनाया है. हाल ही में बीएसपी प्रमुख का एक बयान भी आया था…जिसमें उन्होंने बौद्ध धर्म को अपना लेने की बात भी कही थी…क्योंकि उनका मानना है कि बुद्ध के पदचिन्हों पर चलकर ही समतामूलक समाज की स्थापना की जा सकती है…
देश के संविधान को बनाने वाले बाबासाहेब अंबेडकर ने भी लाखों समर्थकों के साथ 14 अक्टूबर 1956 को सात भंतों की मौजूदगी में बौद्ध धम्म की दीक्षा ली थी…जिसके बाद समाज में बदलाव का एक नया दौर शुरु हो गया था…और वो बदलाव आज भी देखने को मिल रहा है…भले ही भदंत प्रज्ञानंद महास्थवीर आज हमारे बीच नहीं रहें हों … लेकिन उनके द्वारा दी गई ज्ञान की रौशनी से आज समाज का एक बड़ा तबका रौशन है…

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