पटना। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नीत महागठबंधन ने सीटों की संख्या के बाद घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा कर लिया है. आरजेडी ने अपने 18 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है. साथ ही कांग्रेस ने भी अभी तक सात सीटों के लिए उम्मीवारों का ऐलान कर दिया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही वीआईपी और हम के उम्मीवारों की भी घोषणा कर दी गई. आरएलएसपी ने अभी अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं की है.
पटना में ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीटों और प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया गया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी सहित अन्य घटक दलों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए. पीसी से कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहना झा और रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा नदारद रहे. ज्ञात हो कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस पहले गुरुवार को होनी थी, जिसे ऐन मोके पर टाल दिया गया था.
आरजेडी के खाते में आने वाली सीटें- भागलपुर, बांका, मधेपुरा, दरभंगा, वैशाली, गोपालगंज, सीवान, महाराजगंज, सारण, हाजीपुर, बेगूसराय, पाटलिपुत्र, बक्सर, जहानाबाद, नवादा, झंझारपुर, अररिया, सीतमढ़ी और शिवहर
कांग्रेस के खाते में आने वाली सीटें- किशनगंज, पूणिया, कटिहार, समस्तीपुर, मुंगेर, पटनासाहिब, सासाराम, वाल्मीकि नगर और सुपौल
आरएलएसपी के खाते में आने वाली सीटें- पश्चिमि चंपारण, पूर्वी चंपारण, उजियारपुर, काराकाट और जमुई
HAM के खाते में आने वाली सीटें- नालंदा, औरंगाबाद और गया
वीआईपी के खाते में मधुबनी, मुजफ्फरपुर और खगड़िया सीट आई हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि कई दिनों से उम्मीदवारों के नाम का इंतजार था. साथ ही उन्होंने कहा कि महागठबंधन अटटू है, यह जनता के दिलों का गठबंधन है. हम लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ रहे हैं. हमने दो चरणों के लिए उम्मीवारों की घोषणा पहले की कर चुके हैं.
महागठबंधन में जारी गतिरोध के बीच गुरुवार को काफी देर तक बिहार कांग्रेस के नेताओं की राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ घंटों तक बैठक चली थी. बैठक के बाद खबर आयी की आरजेडी के साथ सभी समस्याओं का हल निकाल लिया गया है. दरभंगा की सीट आरजेडी के खाते में गई है. ज्ञात हो कि महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीटों की संख्या की घोषणा पहले हो चुकी थी.
Read it also-इतिहास की महाभारत हो या आज की महाभारत, जनता न जगी तो जनता का विनाश सम्भव है.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।
