उत्तर प्रदेश में चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। और जब भी चुनाव आते हैं, वोटों और प्रतीकों की राजनीति शुरू हो जाती है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इसी कड़ी में बाबासाहेब डॉ. आंबेडकर के नाम पर आंबेडकर सांस्कृतिक केंद्र बनाने का काम शुरू कर दिया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने कानपुर दौरे के दौरान 29 जून को इसकी आधारशिला रख दी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लोकभवन सभागार में बटन दबाकर सांस्कृतिक केन्द्र का शिलान्यास किया। इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रही। अंबेडकर सांस्कृतिक केंद्र राजधानी लखनऊ के ऐशबाग इलाके में बनाया जा रहा है। यह सांस्कृतिक केंद्र 1.34 एकड़ क्षेत्रफल में फैला होगा। साथ ही इसमें बाबासाहेब अंबेडकर की 25 फुट की मूर्ति लगाई जाएगी। स्मारक केंद्र को बनाने में लगभग 45 से 50 करोड़ की लागत आएगी।
सरकार की तैयारी बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस छह दिसंबर तक आंबेडकर सांस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन करने की है। इस केंद्र पर बाबासाहेब डॉ. आंबेडकर की विशाल प्रतिमा लगने के साथ ही बाबासाहेब से जुड़ी यादों को संग्राहलय में संकलित करके रखने की योजना है। यहां कार्यक्रमों के लिए पांच सौ से अधिक क्षमता का सभागार बनाने की तैयारी है। वहीं दूसरी ओर योगी सरकार की इस घोषणा को बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती ने दिखावे की राजनीति कहा है।

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