7 बार सांसद रहें मोहन डेलकर ने मुंबई के एक होलट में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वर्तमान में दादरा एवं नगर हवेली के निर्दलीय सांसद मोहन डेलकर का शव सोमवार को मुंबई के एक होटल से बरामद हुआ है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक आत्महत्या की बात कही जा रही है लेकिन सही जानकारी के लिए पोस्टमार्टम का इंतजार हैं।
डेलकर साल 1985 से ही आदिवासी विकास संगठन के अध्यक्ष भी थे। वे मजूर अधिकारों के लिए भी अपनी नौजवानी के दिनों में लड़ते रहे थे। मोहन डेलकर भी कांग्रेस और भाजपा जैसी पार्टियों में रहे हैं लेकिन अंतिम चुनाव उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ही जीता था। हालांकि कई लोगों का मानना है कि उन्होंने सुसाइड नहीं किया है। इसके लिए लोकसभा में दिये उनके वक्तव्य को आधार बनाया जा रहा है। 19 नवंबर 2020 को उन्होंने लोकसभा में जो कहा था, उसको आधार बनाकर मोहन डेलकर की आत्महत्या की थ्योरी पर सवाल उठाया जा रहा है। गौरतलब है कि अपने इस संभवतः आखिरी सार्वजनिक भाषण में सांसद ने गंभीर बातों की ओर इशारा किया था।
दादरा एवं नगर हवेली से निर्दलीय सांसद मोहन डेलकर जी, जिनके सुसाइड करने की ख़बर आयी, उनका लोकसभा में दिया गया संभवतः आख़िरी बयान।
19 नवंबर 2020 के इस बयान को ध्यान से सुनिए और दो मिनट का मौन धारण कीजिए। यही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। RIP pic.twitter.com/jdvIL6zECj
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) February 24, 2021

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