15 जनवरी को बहुजन नेत्री और बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के जन्मदिन के दिन हालिया राजनीति से इतर भविष्य की एक और पटकथा लिखी जा रही थी और 17 जनवरी को यह पटकथा सबके सामने आ गई. बसपा प्रमुख मायावती ने घोषणा कर दिया है कि वो अपने भतीजे आकाश को बसपा के मूवमेंट से जोड़ेंगी. मीडिया को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बसपा प्रमुख ने यह महत्वपूर्ण घोषणा की है.
इस दौरान उन्होंने उन तमाम मीडिया चैनलों को निशाने पर लिया है जो आकाश को लेकर दुष्प्रचार कर रहे थे. दरअसल आकाश के बसपा में सक्रिय होने के कयास तभी से लगाए जाने लगे थे जब वो अपनी बुआ मायावती के जन्मदिन के दिन उनके साथ दिखे. इससे पहले अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात के दौरान भी आकाश प्रमुखता से अपनी बुआ के साथ दिखाई दिए थे.
बहनजी के जन्मदिन के दिन उनके साथ खड़े नीले सूट में आकाश ने कईयों का ध्यान खिंचा. इससे पहले सहारनपुर दौरे के दौरान भी मायावती आकाश को अपने साथ ले गई थीं. यहीं नहीं, कई मौकों पर रैली के दौरान मंच पर बहनजी के पीछे खड़े आकाश की मौजूदगी रही. तो कई बार बसपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से भी आकाश बाहर निकलते दिखाई दे चुके हैं. दलित दस्तक ने भी एक बार आकाश को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से बाहर निकलते हुए अपने कमरे में कैद किया था. लखनऊ में बसपा सुप्रीमो के जन्मदिन के कार्यक्रम के दौरान आकाश घर से लेकर दफ्तर तक गाड़ी में मायावती के साथ दिखे थे. यही नहीं जब अखिलेश यादव मायावती के घर पहुंचे थे तो फूल और शॉल देते वक्त वह मायावती के ठीक बगल में खड़े थे. इससे पहले 12 जनवरी को सपा-बसपा गठबंधन के दौरान भी आकाश की मौजूदगी थी.
इन तमाम गतिविधियों के बाद आकाश का बसपा में सक्रिय होना तकरीबन तय माना जा रहा था. क्योंकि बार-बार अपनी बुआ और बसपा अध्यक्ष मायावती के साथ दिखना कोई इत्तेफाक नहीं है, क्योंकि मायावती अपने इतने करीब किसी को नहीं रखती हैं, भले ही वह उनके परिवार का कोई सदस्य ही क्यों न हो. लेकिन हालिया घोषणा से साफ हो गया है कि आकाश अब अपनी बुआ का हाथ बटाएंगे. मायावती अब अपने भतीजे के लिए राजनीति में क्या पटकथा लिखती हैं, यह देखना बाकी है.
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