(तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, बिहार विधानसभा)
मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी में बलात्कार के बाद गरीब दलित परिवार की 9 वर्षीय बच्ची की अस्पताल में बेड न मिलने से मौत होने के बाद आज बलात्कार पीड़िता के घर पहुंच पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनके दुःख-दर्द व पीड़ा को महसूस किया एवं दुखद घटना के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर पार्टी की ओर से आर्थिक सहायता राशि प्रदान की।
पीड़ित परिवार ने बताया कि पटना के पीएमसीएच में उनके साथ क्या हुआ था और कैसे स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण बच्ची की मौत हो गई। मुजफ्फरपुर से जब पीड़ित बच्ची को रेफर किया गया, तब उसकी रिकवरी हो रही थी। मगर 5000 करोड़ की लागत से बन रहे एशिया के तथाकथित सबसे बड़े अस्पताल में समय पर भर्ती नहीं किया गया, जिससे उसकी जान चली गई। अस्पताल में अलग-अलग वार्डों में उन्हें घुमाया गया। तब तक बच्ची एंबुलेंस में ही रही। एंबुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने लगी। जब अस्पताल वालों से परिजनों ने कहा, तो अस्पताल कर्मचारियों ने 2500 रुपये मांगे। फिर हंगामा हुआ तो बच्ची को एडमिट किया गया।
भर्ती करने के बाद भी उसका इलाज शुरू नहीं किया गया। बहुत देर बाद इलाज शुरू हुआ, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। आखिर में बच्ची ने दम तोड़ दिया। यह एक मरीज की कहानी नहीं है बल्कि प्रतिदिन PMCH में यही होता है। DK टैक्स गैंग ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मिलकर एक रिटायर्ड मेडिकल सुपरिटेंडेंट को अवधि विस्तार दे-देकर शताब्दी पूर्व स्थापित प्रतिष्ठित अस्पताल को बर्बाद कर दिया है। मंगल पांडे ने DK Tax के माध्यम से बिहार के स्वास्थ्य विभाग को भ्रष्टाचार की अग्नि में झोंक दिया है।

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।