खजुराहो। हाल ही में संत शिरोमणि रविदास जी की 641वी जयंती देश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. इस दौरान मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के राजनगर फौजदार मोहल्ले में पुलिस द्वारा दलितों के साथ मारपीट किए जाने की खबर है. जयंती मना रहे स्थानीय लोगों का कहना है कि रविदास जयंती दलित समाज के लोगों द्वारा मनाई जा रही थी. इसी दौरान कुछ असमाजिक तत्व जयंती के कार्यक्रम में जबरन घुसकर लोगों को परेशान करने लगे. इस पर जब लोगों ने 100 नंबर पर डायल किया तो वहां पहुंची पुलिस ने जयंती मना रहे दलितों पर ही लाठी चार्ज कर दिया.
आरोप यह भी है कि पुलिस कुछ लोगों को पकड़ कर थाने ले गई. महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुलिस वाले अक्सर उनके घरों में घुस जाते हैं और उन्हें तंग करते हैं. रविदास जयंती की घटना के बाद गांव के तमाम लोग पुलिस स्टेशन गए लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी.
दूसरी ओर पुलिस इस मामले में दूसरी ही कहानी गढ़ रही है. पुलिस वाले अपना पल्ला झाड़ने के लिए दलित बस्ती के लोगों पर ही आऱोप मढ़ रही हैं. औऱ दलितों को किसी भी तरह प्रताड़ित करने से इंकार कर रही है.
हालांकि लोगों का आऱोप है कि पुलिस हमारे यहां केवल छोटे लोगों पर ही दबाव बनाती है और बड़े अपराधियों से प्यार से बात करती है. तो वहीं पुलिस का यह भी कहना है कि दलित बस्ती में अवैध शराब की बिक्री होती है, बवाल होता है इसलिए हमें जाना पड़ता है तो ऐसे में सवाल यह उठता है कि अवैध शराब बिक्री पर पुलिस औऱ प्रशासन आखिर क्यों मौन हैं?
दलित दस्तक के लिए खजुराहो से कालीचरण अग्रवाल की रिपोर्ट

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