पलक्कड। देश के दक्षिण में दलितों और कट्टरवादी विचारधारा के विरोधियों पर हमले बढ़ते जा रहे हैं. दक्षिण भारत से ही धर्म और विचारधारा के नाम पर हिंसा का एक और मामला सामने आया है.
यहां आज केरल में एक दलित पुजारी बीजू नारायण को चाकू मार दिया गया. बीजू पर उनके घर के सामने चाकू से हमला किया गया, जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गए. बीजू की हालत फिलहाल स्थिर है, लेकिन इस घटना के बाद बीजू स्तब्ध हैं. धार्मिक कारणों से दलित समाज के किसी व्यक्ति पर हमला करने का इस साल का यह दूसरा मामला है.
पटेल लंबी के रहने वाले बीजू केरल के एक मंदिर के पुजारी थे. पुजारी बनने के लिए उन्होंने काफी मेहनत भी की थी. उन्होंने केरल के त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड से चारों वेदों का अध्ययन किया है. और ऐसा कर के पुजारी बनने वाले वो पहले दलित हैं. इसके बाद से ही वो कई रूढ़िवादी और हिंदुवादी संगठनों के निशाने पर थे.
मनुवादी विचारधारा को मानने वाले तमाम लोग इस बात से खफा थे कि एक दलित आखिर पुजारी कैसे बन गया. इसको लेकर एक खास वर्ग में काफी गुस्सा था. इस हमले से पहले बीजू को धमकियां भी मिल चुकी थी.
आंकड़ों की बात करें तो केरल में विचारधारा के चलते तेजी से हिंसा बढ़ी है. पिछले 17 सालों में वहां 172 से ज्यादा राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है.

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