नई दिल्ली। ओलंपिक खेलों और फुटबाल के दौरान हमेशा भारत की संख्या का हवाला देकर पदकों और विश्व कप फुटबाल में क्वालीफाई न कर पाने की चर्चा आम है. यह बात हर भारतीय को सालती है कि आखिर इतनी ज्यादा संख्या होने के बावजूद भारत ओलंपिक में पदक के लिए क्यों जूझता है. तो विश्वकप फुटबाल में क्वालीफाई भी क्यों नहीं हो पाता. फीफा वर्ल्ड कप 2018 के बाद इसी मुद्दे पर क्रिकेट खिलाड़ी हरभजन सिंह का दर्द छलक गया है.
फीफा वर्ल्ड कप फ्रांस और क्रोएशिया के बीच खेला गया. इसी पर हरभजन सिंह ने कहा कि ‘क्रोएशिया ने FIFA फाइनल खेला और हम हिंदू-मुस्लिम खेल रहे हैं.’ दरअसल फाइनल गंवाने वाला क्रोएशिया महज 50 लाख आबादी वाला एक छोटा सा देश है. रविवार को रूस के लुज्निकी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मैच में फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से मात दी. इस छोटे देश के बड़े कारनामे से प्रभावित होकर इंडियन क्रिकेटर हरभजन सिंह ने देश के मौजूदा हालात पर तंज कसे हैं.
हरभजन सिंह ने फाइनल मैच शुरू होने से पहले ट्वीट किया- ‘लगभग 50 लाख की आबादी वाला देश क्रोएशिया फुटबॉल वर्ल्ड कप का फाइनल खेलेगा और हम 135 करोड़ लोग हिन्दू-मुसलमान खेल रहे है’. इसके साथ ही हरभजन सिंह ने हैशटैग सोच बदलो देश बदलो भी लिखा था.
करन कुमार
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