नई दिल्ली। राहुल गांधी की अध्यक्षता में दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में कांग्रेस का 84वां अधिवेशन शुरू हो गया. इस महाअधिवेशन में राहुल गांधी की पहल के बाद पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी. चर्चा है कि इस अधिवेशन में राहुल गांधी कांग्रेस के भविष्य का ब्लू प्रिंट पेश करेंगे. इसके साथ ही पार्टी के भीतर कुछ चीजें भी बदले जाने की खबर है. इस अधिवेशन में संचालन समिति सब्जेक्ट कमेटी में तब्दील हो जाएगी. पहले दिन सब्जेक्ट कमेटी के लोग अलग-अलग प्रस्तावों पर चर्चा करेंगे. तीन दिवसीय इस अधिवेशन में 17 और 18 मार्च के दिन राहुल गांधी भी अधिवेशन में रहेंगे.
अधिवेशन में कई प्रयोग किए जा रहे हैं. इस अधिवेशन में राहुल गांधी की रणनीति जमीनी कार्यकर्ताओं में जोश भरने की है. इसके तहत पार्टी जिला से लेकर ब्लॉक लेबल तक के कार्यकर्ताओं को बोलने का मौका देगी. इस योजना के जरिए सामान्य कार्यकर्ता की बात और जमीन से जुड़े मुद्दे सामने लाने की कोशिश है. राहुल गांधी दो बार इस अधिवेशन को संबोधित करेंगे. 17 मार्च को कांग्रेस अध्यक्ष कार्यकर्ताओं का स्वागत करेंगे. इस दिन दो प्रस्ताव पर चर्चा होगी. 18 मार्च को भी दो प्रस्ताव आएंगे. 18 मार्च को शाम 5 बजे राहुल गांधी का मुख्य भाषण होगा जो समापन भाषण होगा.
इसके साथ ही अधिवेशन में कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ ‘चार्जशीट’ भी लाएगी. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि इस अधिवेशन में कांग्रेस पांच बुकलेट के जरिए बीजेपी पर चार्जशीट लाएगी. अधिवेशन में AICC प्रतिनिधियों को ये बुकलेट दी जाएगी. प्रत्येक बुक 10 पेज की होगी, जिसमें युवा, किसान, शिक्षा, रोजगार, एसटी/एससी और महिलाओं से संबंधित जानकारियां होंगी. इसमें तथ्य और डाटा के साथ काफी जानकारी होगी, जो मोदी सरकार के झूठ का और बेहतर तरीके से पर्दाफाश करने में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए सहायक होगी.
इस दौरान ड्राफ्टिंग कमेटी से जुड़ी चार उपसमिति बनाई गई है. इसमें राजनीतिक मसलों पर उपसमिति, आर्थिक मसलों पर उपसमिति, अंतरराष्ट्रीय मसलों पर उपसमिति और कृषि, रोजगार और गरीबी उन्मूलन पर उपसमिति बनाई जाएगी. तीन दिन के अधिवेशन में तय होगा कि पार्टी राजनैतिक, आर्थिक, अंतरराष्ट्रीय, कृषि, रोजगार और गरीबी उन्मूलन के मसले पर अपनी दिशा तय करेगी.
करण कुमार

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।

