
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार धरना देने बैठ गए हैं. सीएम केजरीवाल धरना पर बैठने के पीछे महिला सुरक्षा की बात कही जा रही है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सीसीटीवी लगाने के टेंडर को रोकने के मामले को लेकर नाराज हैं. इसको लेकर उप-राज्यपाल अनिल बैजल के आवास के बाहर धरने पर बैठे हैं. अरविंद केजरीवाल के साथ उनकी कैबिनेट मंत्री और विधायक भी हैं.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने उप-राज्यपाल पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है. साथ ही कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर खिलवाड़ किया जा रहा है. इस अनदेखी को सहन नहीं कर सकते.
हालांकि सीएम के धरने पर बैठने के बाद एलजी ने दिल्ली सरकार की कैबिनेट को मिलने की अनुमति दी. लेकिन सीएम केजरीवाल ने मिलने से मना कर दिया. मुख्यमंत्री का कहना है कि सभी विधायक आम जनता के प्रतिनिधि हैं, इसलिए सभी को मिलने के लिए बुलाया जाना चाहिए.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में सीसीटीवी लगाने टेंडर को रोकने के मामले को लेकर अरविंद केजरीवाल ने अपने मंत्रियों व विधायक के साथ मिलकर अनिल बैजल से मिलने के लिए मार्च निकालने की घोषणा की थी. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उप राज्यपाल (एलजी) को पत्र लिखकर उनसे मिलने के लिए समय भी मांगा था. वैसे सीएम केजरीवाल का धरना देना कोई नई बात नहीं है. इनकी यही खूबियां इनको आम आदमी का नेता बताती है.
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