देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के अम्बेडकरवादियों द्वारा लगातार दूसरे साल भीम महोत्सव का आयोजन किया गया। पिछले साल की भांति ही यह महोत्सव शहर के परेड ग्राउंड में हो रहा है। यह भव्य मेला 13 अप्रैल से शुरू है जो 22 अप्रैल तक चलेगा। इसका आयोजन भीम महोत्सव आयोजन समिति, देहरादून द्वारा किया गया है।

आयोजकों के मुताबिक इस आयोजन का उद्देश्य समानता, स्वतंत्रता और न्याय की विचारधारा को संपूर्ण भारतवर्ष में फैलाने वाले आधुनिक भारत एवं भारत के संविधान निर्माता को और उनके सिद्धांतों को याद करना है। दरअसल यह आयोजन अम्बेडकर जयंती के मौके पर किया जाता है। साल 2018 में दून बुद्धिस्ट सोसाइटी द्वारा इस आयोजन की शुरूआत की गई थी। इस वर्ष के कार्यक्रमों की बात करें तो लगातार 10 दिनों तक अलग-अलग कार्यक्रम का आयोजन होता रहा है। इसमें बहुजन संस्कृति और नायकों से जुड़े नाटक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होता है।

इस आयोजन में पूरे शहर के लोग इकट्ठा होते हैं। आयोजकों का कहना है कि बाबासाहेब डॉ. आम्बेडकर ऐसे व्यक्तित्व हैं, जिन्होंने हर समाज की भलाई के लिए काम किया है, ऐसे में पूरे समाज के बीच उनके द्वारा किए गए काम को ले जाना ही हमारा उद्देश्य है। यह आयोजन उसी का हिस्सा है।

अशोक दास (अशोक कुमार) दलित-आदिवासी समाज को केंद्र में रखकर पत्रकारिता करने वाले देश के चर्चित पत्रकार हैं। वह ‘दलित दस्तक मीडिया संस्थान’ के संस्थापक और संपादक हैं। उनकी पत्रकारिता को भारत सहित अमेरिका, कनाडा, स्वीडन और दुबई जैसे देशों में सराहा जा चुका है। वह इन देशों की यात्रा भी कर चुके हैं। अशोक दास की पत्रकारिता के बारे में देश-विदेश के तमाम पत्र-पत्रिकाओं ने, जिनमें DW (जर्मनी), The Asahi Shimbun (जापान), The Mainichi Newspaper (जापान), द वीक मैगजीन (भारत) और हिन्दुस्तान टाईम्स (भारत) आदि मीडिया संस्थानों में फीचर प्रकाशित हो चुके हैं। अशोक, दुनिया भर में प्रतिष्ठित अमेरिका के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में फरवरी, 2020 में व्याख्यान दे चुके हैं। उन्हें खोजी पत्रकारिता के दुनिया के सबसे बड़े संगठन Global Investigation Journalism Network की ओर से 2023 में स्वीडन, गोथनबर्ग मे आयोजिक कांफ्रेंस के लिए फेलोशिप मिल चुकी है।