नई दिल्ली। ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट यानि की AIUDF एक ऐसा राजनीतिक दल है जो तेजी से बढ़ रहा है. इसके बढ़ने की गति ऐसी है कि इसने भाजपा को भी पीछे छोड़ दिया है. एआईयूडीएफ की यह तेजी कई लोगों के लिए चिंता का सबब बन गई है. आलम यह है देश के सेना प्रमुख ने भी इसको लेकर बयान दे दिया, जिसके बाद सियासी घमासान छिड़ गया है. AIUDF प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने सेना प्रमुख के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि पार्टी बढ़ रही है तो सेना प्रमुख को चिंता क्यों हो रही है?
अजमल ने कहा कि सेना प्रमुख बिपिन रावत ने एक राजनीतिक बयान दिया है, जो चौंकाने वाला है. सेना प्रमुख को चिंता क्यों है कि बीजेपी की तुलना में लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों पर आधारित एक राजनीतिक पार्टी तेजी से बढ़ रही है? उन्होंने कहा कि बड़ी राजनीतिक पार्टियों के गलत रवैए की वजह से AIUDF और AAPजैसी वैकल्पिक पार्टियां तेजी से आगे बढ़ी हैं. बदरुद्दीन अजमल ने आरोप लगाया कि इस तरह का बयान देकर सेना प्रमुख क्या खुद को राजनीति में शामिल नहीं कर रहे हैं? जो कि संविधान के खिलाफ है.
AIUDF प्रमुख बदरुद्दीन अजमल के समर्थन में AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी भी आ गए हैं. ओवैसी ने ट्वीट कर कहा है कि आर्मी चीफ को राजनीतिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, किसी राजनीतिक पार्टी के उदय पर बयान देना उनका काम नहीं है.
तो वहीं कांग्रेस नेता मीम अफजल और एनसीपी नेता माजिद मेनन ने भी आर्मी चीफ के बयान पर आपत्ति जताई है. असल में सेना प्रमुख बिपिन रावत ने एक सेमिनार में कहा था कि जितनी तेजी से देश में बीजेपी का विस्तार नहीं हुआ उतनी तेजी से असम में बदरुद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ बढ़ी है.

राज कुमार साल 2020 से मीडिया में सक्रिय हैं। उत्तर प्रदेश की राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों पर पैनी नजर रखते हैं।