नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के कई जिलों में मंगलवार रात तेज आंधी और बारिश से बड़ी तबाही हुई. बिजली गिरने से पूरे राज्य में अलग-अलग इलाकों में 10 लोगों के मौत की खबर है. हालांकि न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक 16 लोगों की मौत हुई है. बारिश और तूफान की वजह से हुए जानमाल के नुकसान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए दुख जताया. उन्होंने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये देने का ऐलान किया है. कई जगह पर ओले पड़ने से खेतों में फसल भी खराब हो गई है. खेतों में खड़ी और काट कर रखी फसलों के अलावा मंडियों में खरीद के बाद खुले में रखा सैकड़ों क्विंटल गेहूं और लहसुन भींग गया. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों में उत्तर-पश्चिमी और पूर्वी मप्र में आंधी के साथ ही हल्की बारिश की स्थिति बन सकती है. भोपाल में फिर से बूंदाबांदी हो सकती है.
बात करें अन्य राज्यों की तो राजस्थान में तेज आंधी और बारिश की वजह से 6 लोगों के मौत की खबर है. यहां मंगलवार को मौसम खुशनुमा रहा, लेकिन शाम तक धूलभरी आंधी, तेज बारिश व बिजली की वजह से 6 लोगों की मौत हुई. यह जानकारी एएनआई ने दी. वहीं देश की राजधानी दिल्ली में बीती रात हुई हल्की बारिश और आंधी-तूफान के बाद मौसम मंगलवार सुबह सुहावना रहा. यहां का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 20.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सोमवार को न्यूनतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो कि सामान्य के औसत से 5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था.
भारत के अलावा पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांतों में भीषण तूफान और बारिश के कारण कम से कम 39 लोगों की मौत हो गई और 135 अन्य लोग घायल हो गए. मीडिया रपटों में मंगलवार को यह जानकारी दी गई. पछुआ हवाओं के चलते आयी भारी बारिश एवं तूफान से सोमवार को देश के विभिन्न हिस्सों में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए और संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा. पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि खैबर-पख्तूनवा में 13, बलूचिस्तान में 11, पंजाब में 10 और सिंध में पांच लोगों की मौत हुई है.
जयंती विशेष : वंचितों के लिए जीवनपर्यंत संघर्ष करते रहे महात्मा फुले
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।