छतरपुर। एक ओर जहां जातिवाद को खत्म करने की बात की जा रही है. वहीं दूसरी तरफ आज भी कई जगहों पर ये मतभेद जारी है. ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के बराखेरा गांव से आया है. गांव में कुछ सवर्णों ने दलितों के शौचालय तोड़ दिए हैं. इतना ही दलितों को बाहर शौच के लिए जाने से भी रोका जा रहा है.
दलित प्रजापति समुदाय की महिलाओं का कहना है कि ऊंची जाति के लोग शौच के लिए बाहर जाने पर हमें पीटने की धमकी दे रहे हैं. वो लोग ना तो हमें हमारे शौचालय में जाने दे रहे हैं और ना ही खुले में. ऐसी स्थिति में हम करें तो करें क्या?
हालत यह है कि ये लोग शौच जाने के लिए घर के पास मिट्टी के बर्तनों का उपयोग कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक बराखेरा गांव में सरपंच भी पटेल समुदाय का है. मामले पर जिला पंचायत के सीईओ हर्ष दीक्षित का कहना है कि ‘एक टीम का गठन कर स्थिति को जांचने के लिए भेजा जा चुका है. रिपोर्ट मिलने के बाद ही कोई प्रतिक्रिया दी जा सकती है.’
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