नई दिल्ली। महाराष्ट्र के दो दलित नेताओं ने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है. शुक्रवार 9 फरवरी को महाराष्ट्र की राजनीति में सक्रिय उत्तम खोब्रागडे और किशोर गजभिये राहुल गांधी के साथ बैठक के बाद कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इन दोनों नेताओं का खुद पार्टी में स्वागत किया. इन दोनों के कांग्रेस में आने के बाद महाराष्ट्र में दलितों के बीच कांग्रेस पार्टी को और मजबूती मिलने की संभावना है.
कांग्रेस में आए दोनों नेता पूर्व आईएएस अधिकारी हैं. इनमें उत्तम खोब्रागडे रिटायरमेंट के बाद रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया में थे जबकि किशोर गजभिये बसपा में थे. उत्तम खोब्रागडे 2014 के दौरान अमेरिका में चर्चा में आई देवयानी खोब्रागडे के पिता हैं. 2011 में रिटायर होने के बाद वह 2014 में राजनैतिक तौर पर सक्रिय हुए और आरपीआई में शामिल हो गए. वह पार्टी में एक्जीक्यूटिव प्रेसिडेंट के पद पर थे. वहीं किशोर गजभिये बहुजन समाज पार्टी में प्रदेश महासचिव के पद पर थे. गजभिये ने नागपुर उत्तर से 2014 में बसपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ा था.
महाराष्ट्र में सत्ता से दूर होने के बाद कांग्रेस पार्टी लगातार वहां अपना जनाधार बढ़ाने में जुटी हुई है. प्रदेश में सत्ता में आने के लिए दलित वोटरों का समर्थन बहुत जरूरी है. यही वजह रही कि भाजपा ने रामदास अठावले को न सिर्फ राज्यसभा भेजा, बल्कि उन्हें मंत्री भी बनाया. ऐसे में कांग्रेस पार्टी भी दलित मतदाताओं को लुभाने में जुट गई है. उत्तम खोब्रागडे औऱ किशोर गजभिये को कांग्रेस में शामिल कराना इसी कड़ी में उठाया गया कदम है. देखना होगा कि कांग्रेस की यह कोशिश कितना रंग लाती है.