खूनी इंटरनेट गेम ‘ब्लू व्हेल’ ने मुंबई में एक 14 साल के बच्चे की जान ले ली है. अंधेरी ईस्ट में रहने वाले इस बच्चे ने शनिवार को सातवीं मंजिल से छलांग लगा ली, इस बच्चे को ऑनलाइन सुसाइड गेम का शिकार बताया जा रहा है. अभी तक इस खूनी खेल ने रूस में 130 लोगों की जान ले ली है। मुंबई की घटना में सुसाइड वाली बात का पता मनप्रीत सिंह साहनी के दोस्त के व्हाट्सऐप ग्रुप से चला. मनप्रीत ने पिछले हफ्ते अपने दोस्तों से कहा था कि वह अब सोमवार से स्कूल नहीं आएगा.
आइए जानते हैं क्या है ये खेल, और कैसे ले लेता है टीनएजर्स की जान-
द ब्लू व्हेल गेम’ या ‘द ब्लू व्हेल चैलेंज’ रूस में बना इंटरनेट गेम है. इस गेम में एक-एक कर सारे टास्क पूरे करते रहने पर आखिरी में सुसाइड के लिए उकसाया जाता है. साथ ही हर टास्क पूरा होने के साथ प्लेयर को अपने हाथ पर एक कट लगाने के लिए कहा जाता है. आखिरी में कट के निशान से व्हेल की आकृति उभर कर आती है।
इस गेम के तहत 50 दिनों का चैलेंज यानि कि खास तरह का टॉस्क का मैसेज सोशल मीडिया पर सर्कुलेट किया जाता है। इस चैलेंज में प्लेयर को हर दिन चैलेंज पूरा करने के लिए उकसाया जाता है। चैलेंज को पूरा करने के बाद इस खूनी खेल के खिलाड़ी को एक प्राइवेट ग्रुप में अपनी सेल्फी पोस्ट करनी होती है, जिसके जरिए उसे बताना होता है कि उसने चैलेंज पूरा कर लिया है। इस गेम का आखिरी चैलेंज आत्महत्या है। यह गेम टीनएजर्स में ज्यादा पापुलर है और उन्हीं की जाने गई है।
किसने शुरू किया यह खूनी खेल–
यह गेम रूसी नागरिक फिलिप बुडेकिन ने 2013 में बनाया था. रूस में पहला सुसाइड 2015 में सामने आया था. इसके बाद फिलिप को गिरफ्तार कर लिया गया और उस पर केस चला. सुनवाई के दौरान फिलिप ने बताया कि उनके गेम का मकसद समाज की सफाई करना है. जिन लोगों ने गेम खेलते हुए आत्महत्या की है, फिलिप की नजर में वे ‘बयोलॉजिकल वेस्ट’ थे.
बता दें कि बीते शनिवार को साहनी अपनी बिल्डिंग के सातवें फ्लोर की छत पर चढ़ गया. आस पास रहने वालों ने उसे आवाज दी, लेकिन जब तक वह कुछ कर पाते मनप्रीत अपनी छत से छलांग लगा चुका था.
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