रूपवास, राजस्थान। गांव दहिना के राउमावि में अध्ययनरत अनुसूचित जति की छात्राओं को प्रधानाचार्य ने कैंप में पूड़ी बनाने पर रोक दिया. इससे नाराज छात्राओं ने कार्रवाई की मांग को लेकर तहसीलदार शाहिद अली खान से शिकायत की है. छात्रा रितू सागर, माधुरी, प्रियंका, शिवानी, खुशबू मनीषा, शीतल, रीना, पूजा, निशा, मीनू, चंचल, गुड़िया, सोनिया और सुमन जाटव आदि ने बताया कि स्कूल में पांच दिवसीय समाज उपयोगी उत्पादक शिविर चल रहा था. इसमें प्रधानाचार्य ने पूड़ी-सब्जी की दावत बनाने के लिए स्कूल की छात्राओं को काम सौंपा.
लेकिन जब अनुसूचित जाति की ने पूड़ी बनाने का काम शुरू किया तो प्रधानाचार्य ने एससी की बालिकाओं से अन्य काम करने की बात कहकर रसोईघर से बाहर निकाल दिया. जिसका बालिकाओं ने विरोध किया तो टीसी काटने की धमकी दे डाली. छात्र धीरज, सुनील कुमार हरिजन, नवनीत, समिंद्र, रीतेश, गजेंद्र जाटव ने तहसीलदार से कहा कि स्कूल के शिक्षकों ने कैंप में काम करने के नाम यर पांच कमरों व प्रधानाचार्य कक्ष सहित स्कूल की बाउंड्रीवाल की पुताई व साफ-सफाई करवाई. तहसीलदार शाहिद अली खान ने ज्ञापन लेने के बाद जांच कराने व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही.
प्रधानाचार्य गोवर्धनलाल ने फोन पर कहा कि छात्राओं के आरोप निराधार हैं. स्कूल की बालिकाओं ने पूड़ी-सब्जी बनाने का काम किया था तथा बच्चों ने अपनी मर्जी से कैंप में पुताई की है. तहसीलदार के निवास पर स्कूल की चालीस छात्राएं, दस छात्र व बीस अभिभावक मौजूद थे
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