ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में पिछले दिनों कुपोषण से हुई मामले के बाद स्थानीय लोगों में काफी रोष है. इस घटना का जायजा लेने गांव में पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारी को गांव वालों ने एक स्थानीय नेता की मदद से काम करने से रोक दिया. इनका आरोप था कि अधिकारी आते हैं और घूम फिर कर चले जाते हैं.
रविवार दोपहर में पूर्व क्षेत्रीय विधायक रहे प्रधुमन सिंह के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने गांव पहुंची टीम को घेर लिया. हाल ही में जिले में आए नए सीएमएचओ डॉ. एमके सक्सेना आदिवासियों की बस्ती में स्थित आंगनवाड़ी केंद्र के बारे में स्थानीय लोगों से जानकारी हासिल कर रहे थे. इसी दौरान पूर्व विधायक ने मोहल्ले की महिलाओं को आंगनवाड़ी के गेट पर लाकर बैठा दिया और वे खुद भी बैठ गए और भजन शुरू कर दिया. कांग्रेस नेता ने मांग किया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां के हर घर में जाकर मरीजों की खोजबीन कर उनका वैक्सीनेशन करें और उन्हें भर्ती करवाए. साथ ही जिन आदिवासियों के बच्चों ने बीमारी के चलते दम तोड़ा है उनके परिवार को मुआवजा दिया जाए.
एक घंटे से ज्यादा वक्त तक काफी जद्दोजहद करने के बाद सीएमएचओ एम.के सक्सेना के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण का आश्वासन देने के बाद ही लोगों ने उन्हें काम करने दिया. पूर्व विधायक का कहना है कि हमेशा सरकारी अफसर सिर्फ अपना दौरा कर के यूं ही वापस चले जाते हैं लेकिन आदिवासी समाज के लोगों की समस्याएं जस की तस रहती हैं.
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