विधानसभा चुनाव से पहले कर्नाटक में आई नई पार्टियों की बाढ़, कांग्रेस ने बताया भाजपा की चाल

बंगलुरु। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एक राजनीतिक गतिविधि ने कांग्रेस पार्टी को परेशान कर दिया है. असल में चुनाव से पहले कर्नाटक में तमाम राजनीतिक पार्टियों का जन्म हो रहा है. इससे परेशान कांग्रेस पार्टी ने इसे भाजपा की साजिश बताया है.

जो एक नई पार्टी अस्तित्व में आई है, उसका नाम ‘भारतीय जनशक्ति कांग्रेस’ (BJC) है. अप्रैल-मई में होने वाले इस चुनाव में ये पार्टी बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ लड़ेगी.

पार्टी के संस्थापक अनुपमा शेनॉय, एक विवादास्पद पूर्व पुलिस अधिकारी हैं. डिप्टी एसपी अधिकारी रह चुकी शेनॉय का दो साल पहले सिद्धारमैया की सरकार के साथ अनबन की खबरें आई थी. श्रममंत्री पी टी परमेश्वर नाइक के खिलाफ पुलिस अधिकारी के कथित फेसबुक पोस्ट को लेकर विवाद पैदा हो गया था. जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. अब अनुपमा शेनॉय ने राजनीति के मैदान में उतरने का फैसला किया है. पार्टी का लॉन्च 12 वीं सदी के समाज सुधारक बासवन्ना के जन्मस्थान बागेवाड़ी में किया गया. हालांकि इसको लेकर इसलिए सवाल उठने लगे हैं क्योंकि पार्टी लॉन्च के दौरान सिर्फ 20 लोग मौजूद थे. इस मौके पर अनुपमा शेनॉय ने कहा कि उनकी पार्टी कर्नाटक में कांग्रेस को हराएगी.
इसी तरह पिछले साल नवंबर में नॉवहेरा शेख नाम की एक महिला कारोबारी ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक राजनीतिक दल का लॉन्च किया था. नॉवहेरा शेख हीरा ग्रुप के नाम से एक जूलरी शॉप की चेन चलाती हैं. बुर्का पहनने वाली नॉवहेरा शेख का दावा है कि उनकी पार्टी ‘ऑल इंडिया वूमेन्स इमपारमेंट पार्टी’ एक राष्ट्रीय राजनीतिक संगठन है और वो हर वर्ग के महिलाओं को सशक्त बनाना चाहती हैं. नॉवहेरा शेख ने कहा, “कर्नाटक में मैंने कभी भी महिला मुख्यमंत्री नहीं देखा है”. नॉवहेरा शेख समर्थन जुटाने के लिए हेलीकॉप्टर से कर्नाटक में चारों तरफ घूम रही है. बताया जाता है कि वो राज्य में कम से कम 100 विधानसभा सीटों पर महिला उम्मीदवारों को टिकट देंगी. इसी तरह कन्नड़ कार्यकर्ता और पूर्व विधायक वाटल नागराज ने भी ‘कर्नाटक प्रजा समयुक्त रंग’ नाम से एक नई राजनीतिक पार्टी की शरूआत की है. फिलहाल तमाम राजनीतिक दलों के उदय ने कर्नाटक चुनाव को दिलचस्प बना दिया है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.