लखनऊ. शनिवार को बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती उत्तर प्रदेश इकाई के वरिष्ठ पदाधिकारियों को एक बैठक में सम्बोधित कर रहीं थीं जिसमें उन्होंने कहा कि बीजेपी एण्ड कम्पनी और आरएसएस के लोग बसपा को ही असल खतरा व चैलेन्ज मानते हैं और हमारे लोगो को गुमराह करने में लगे हैं. सब जानते है कि वह बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर को भी अपने रास्ते की रूकावट मानते थे. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही बीजेपी सरकार अपनी घोर विफलताओं पर पर्दा डालने के लिए पहले गोरक्षा, आतंकवाद, कश्मीर, सीमा पर तनाव और नोटबन्दी जैसा विफल कदम उठाया और अब बिना पूरी तैयारी के ही जीएसटी जैसी जटिल नई कर व्यवस्था लागू की है.
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि इसी प्रकार उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार भी अब तक के अपने कार्यकाल में जनहित व विकास एवं अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यवस्था के मामले में बुरी तरह से विफल साबित होती हुई नजर आ रही है. हर तरफ असुरक्षा के भयभीत करने वाले माहौल के साथ-साथ प्रदेश में सड़क, पानी, बिजली, अस्पताल, शिक्षा आदि की आवश्यक सरकारी सेवाओें का भी काफी ज्यादा बुरा हाल बना हुआ है. उन्होंने कहा कि यह सब तब हो रहा है जब केन्द्र व प्रदेश में दोनों ही जगह बीजेपी की ऐसी सरकार है जिसने उत्तर प्रदेश के लगभग 22 करोड़ लोगों से काफी बड़े-बड़े वायदे किये हुये हैं और ऐसे हसीन व रंगीन सपने दिखाये हैं कि लोग बड़ी आसानी से इनके बहकावे में भी आ गये.
उन्होंने कहा कि केन्द्र में बीजेपी की मोदी सरकार की तरह ही प्रदेश की योगी सरकार भी जुमले व दिखावे की सरकार साबित हो रही है. हमारी पार्टी बी.एस.पी का मिशनरी मूवमेन्ट खासकर उत्तर प्रदेश में पहले की तरह ही काफी मजबूती से जड़ पकड़े हुये है, जबकि बीजेपी एण्ड कम्पनी और आर.एस.एस. केवल लोगों को गुमराह करने के लिये अनेक प्रकार की ग़लत अफवाहें फैलाने का काम करते रहते हैं.
मायावती ने आरोप लगाया कि आर.एस.एस. पिछले चुनावों के साथ-साथ अपने जातिवादी, साम्प्रदायिक व हिंसक राजनीतिक एजेण्डे को लागू करने में आजकल सरकारी धन, सुविधा व शक्ति का भी खुलकर उपयोग कर रहा है. उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में खासकर उनकी पार्टी बसपा को निशाना बनाने का काम किया जा रहा है और दलितों को गुमराह करने का प्रयास भी किया जा रहा है लेकिन इस मंशा में वे कभी सफल नहीं होंगे.
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