लखनऊ। यूपी विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करने जा रहे शिक्षक प्रेरक संघ के शिक्षकों और शिक्षा मित्रों पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया. प्रेरक शिक्षक तीन साल के वेतन और नियमित नियुक्ति की मांग को लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करने जा रहे थे.
वहीं, शिक्षक कल्याण समिति ने शिक्षक दिवस के मौके पर विधानसभा के घेराव का ऐलान बहुत पहले ही किया था. लंबे समय से शिक्षा मित्रों का आंदोलन चल रहा है. पिछले दिनों शिक्षा मित्रों ने लखनऊ में धरना प्रदर्शन कर आंदोलन का बिगुल फूंका था.
#WATCH UP: Teachers of Shiksha Prerak Sangh, demanding permanent jobs, baton-charged by Police outside Lucknow Vidhan Sabha. pic.twitter.com/AgayNJbQzj
— ANI UP (@ANINewsUP) September 5, 2017
पुलिस की चेतावनी के बावजूद वहां से वापस नहीं जाने पर पुलिस ने इन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस लाठीचार्ज में कई प्रेरक शिक्षक और शिक्षा मित्र घायल हो गए. कई शिक्षकों के सर पर गहरी चोट आई है.
गांव में सरकार की योजनओं को जन-जन तक फैलाने के लिए इन प्रेरक शिक्षकों को संविदा पर नियुक्त किया जाता है. शिक्षकों का आरोप है कि इन्हें पिछले तीन साल से वेतन नहीं मिला है. साथ ही ये नियमित नियुक्ति की मांग भी कर रहे थे. पुलिस ने लाठीचार्ज कर इन्हें वापस खदेड़ दिया.
शिक्षामित्रों को समान कार्य, समान वेतन से नीचे कुछ भी मंजूर नहीं है. वहीं अधिकतम भारांक भी 25 से बढ़ा कर 30 किया जाए. इसके अलावा मेरिट अंकों से तय की जाए, न कि ग्रेड पद्धति से.
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