सातारा। महाराष्ट्र के सातारा जिले के अंतर्गत आने वाले चिंचनेर गांव में लगभग 200 लोगों ने दलित बस्ती पर हमला कर दिया. इस हमले में लोगों ने दलितों के 40 घरों को तबाह कर दिया. लोगों ने घरों में तोड़-फोड़ की और बस्ती में खड़ी मोटर साइकिल-कारों पर भी पथराव किया.
दलित बस्ती पर ये हमला बाबासाहेब के परिनिर्वाण दिवस पर हुआ. लोगों ने दलितों के घरो में तोड़-फोड़ कर दी और 25 से 30 मोटर साइकिल-गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया. गांव में अचानक हुए इस हमले से दंगे जैसे हालात है. पूरा माहौल तनावग्रस्त हो गया है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पुलिस फोर्स तैनात की गयी. घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधिक्षक संदीप पाटिल भी तैनात रहे. इस संदर्भ में 25 संदिग्ध गुनाहगारों को गिरफ्तार किया गया है.
गांव के दलित व्यक्ति ने बताया कि बाबासाहेब के महापरिनिर्वाण पर इस घटना का होना बहुत गंभीर है. बाबासाहेब ने दलितों के उत्थान के लिए जीवन समर्पित किया था. लेकिन उन्हीं के परिनिर्वाण दिवस पर इस तरह की घटना होना चिंता की बात है.
गौरतलब है कि लगभग एक महीने पहले नासिक में भी इसी तरीके से दलित बस्तियों पर हमले हुए थे. इस संबंध में हाइकोर्ट में एट्रोसिटी एक्ट के अंतर्गत केस लड़ा जा रहा है. एक महीने में यह दूसरी बड़ी घटना है.
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