बुद्ध के कितना करीब हैं मायावती

नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. मायावती ने सोमवार को जारी संदेश में कहा कि गौतम बुद्ध का शांति, इंसानियत और भाईचारे का संदेश आज की परिस्थितियों में और भी ज्यादा प्रासंगिक है. देश में इसकी जरूरत महसूस की जा रही है.

उन्होंने कहा कि बुद्ध के संदेश के संबंध में प्रवचनों और राजनीतिक बयानबाजियों से कहीं ज्यादा उन्हें राष्ट्रजीवन में उतारने की सख्त जरूरत है. दरअसल बुद्ध पूर्णिमा की बधाई देना बसपा प्रमुख के लिए महज औपचारिकता भर नहीं है, बल्कि वह बुद्ध के संदेश को अपने जीवन में भी उतारती हैं.

गौतम बुद्ध के विचारों के प्रचार-प्रसार में बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम जी और मायावती का काफी योगदान रहा है. खासतौर पर उत्तर प्रदेश में बुद्ध के विचारों को चिरस्थायी बनाने के लिए बसपा की सरकार ने कई ऐतिहासिक काम किए. उनके नाम से भव्य पार्कों, संग्रहालयों, स्थलों, विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों के निर्माण कराए गए. साथ ही जनहित की कई योजनाओं व नए जिले स्थापित किए गए.

मायावती के शासनकाल में ही तथागत बुद्ध की माता के नाम पर महामाया नगर जिले की स्थापना हुई. तो वहीं पंचशील नगर और प्रबुद्ध नगर जैसे नाम भी बुद्ध के विचारों को ही बढ़ाने वाले थे. नोएडा और ग्रेटर नोएडा जो गौतम बुद्ध नगर के तहत आते हैं, उसकी चर्चा तो देश के तमाम हिस्सों में है. गौतम बुद्ध नगर में घूमने पर एकबारगी बुद्धकालीन समय में होने का अहसास होता है.

इसी तरह मायावती के शासनकाल में गौतम बुद्ध नगर में गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय की स्थापना एक बड़ा ऐतिहासिक कदम था. इसी जिले में स्थित बुद्धा सर्किट की ख्याति तो देश की सीमा पार कर चुकी है. भारत में यह इकलौता बड़ा केंद्र है, जहां फार्मूला वन रेसिंग का आयोजन होता है. बौद्ध धर्म के हृदयस्थल उत्तर प्रदेश में बौद्ध परिपथ का विकास भी एक बड़ा काम था, जो बसपा के शासनकाल में हुआ. लखनऊ में बौद्ध विहार शांति उपवन, बौद्ध स्थल का निर्माण भी उल्लेखनीय है.

अगर यह कहा जाए कि अशोक के शासनकाल के बाद भारत में बौद्ध धम्म के प्रचार-प्रसार के लिए सबसे ज्यादा काम बसपा प्रमुख मायावती ने किया तो गलत नहीं होगा.

1 COMMENT

  1. टोटल नौटंकीबाज है मायावती क्या नारा था कांसीराम साहब के समय। बहुजन हिताय बहुजन सुखाय।
    अब क्या है सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय।
    हाथी नही गणेश है ब्रम्हा विष्णु महेश है।
    ब्राह्मण संख बजयेगा हाथी दिल्ली जाएगा।

    कितने दलित मंत्री बम इनकी सरकार में सब पैसे वाले ओबीसी जनरल माइनॉरिटी ये पैसे वाले थे ये मंत्रि बने।
    अम्बेडकर पार्क में सारी भर्त्ती सतीश मिश्रा के इशारे ओर जनरल वालो की हुई हम बसपा को वोट नही देगे

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