नई दिल्ली। कांग्रेस द्वारा ट्विटर पर करवाए गए एक सर्वे के बाद गुजरात के एक पूर्व मुख्यमंत्री की हत्या का मामला फिर से चर्चा में आ गया है. दरअसल गुजरात विधानसभा चुनाव की सरगरर्मियों के बीच कांग्रेस ने ट्विटर पर एक सर्वे कराया जिसमें जानने की कोशिश की गई कि किस मुख्यमंत्री को पंचायती राज का चैंपियन माना जाना चाहिए? इसके लिए 4 नाम यूजर्स के सामने रखे गए, जिनमें आनंदी बेन पटेल, केशुभाई पटेल, बलवंत राय मेहता और नरेंद्र मोदी का नाम शामिल है.
रिजल्ट बलवंत राय मेहता के पक्ष में आया क्योंकि उन्होंने पंचायती राज की जड़े मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी. बलवंत राय मेहता का नाम सामने आते ही उनके जीवन से जुड़े रहस्य भी सामने आने लगे. इनमें से एक उनकी हत्या से जुड़ा हुआ है. बलवंत राय मेहता को पाकिस्तान ने हवाई हमले में मारा था. सितंबर 1995 में पाकिस्तान के फाइटर जेट ने मेहता के प्लेन को अपना निशाना बनाया था. हादसा कच्छ के रण में हुआ था. उस समय मेहता बीचक्राफ्ट नाम के प्लेन में अपनी पत्नी, 3 स्टाफ मेंबर, एक पत्रकार और 2 क्रू मेंबर्स के साथ थे.
उस वक्त भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध का माहौल गर्म था और पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देने की हर कोशिश में जुटा था. सूत्रों की माने तो मेहता के कच्छ बॉर्डर पर जाने से पहले उन्हें मीठापुर में रोका गया था. इस बीच जब मेहता का प्लेन मीठापुर से निकला तो पाकिस्तानी पायलेट कैश हुसैन ने उनके प्लेन को अपना निशाना बनाया.
रिपोर्ट्स की मानें तो उस समय पायलट हुसैन (25 साल) ने करीब 3000फुट की ऊंचाई पर ही मेहता के प्लेन पर हमला किया था. ये वही वक्त था जब हुसैन पाकिस्तानी आर्मी की तरफ से हमले की अनुमति मिलने का इंतजार कर रहा था. जब हुसैन हमला करने जा रहा था उस समय मेहता के पायलट ने हवा में प्लेन की विंग्स हिलाकर दया मांगी थी. लेकिन हुसैन ने ऑर्डर मिलने के बाद मेहता के प्लेन पर हमला कर दिया.
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