उचाना। हरियाणा के उचाना शहर के पास पालवां गांव में सामूहिक बलात्कार से पीड़ित दलित लड़की ने खुदकुशी कर ली. आरोप है कि 3 लड़कों ने 18 साल की लड़की से गैंगरेप किया. उसके बाद आए दिन उस लड़की पर फब्तियां कसने लगे. उसे बदनाम करने की धमकी देकर फिर बुलाया, लेकिन वह नहीं गई तो उसके घर पर पोस्टर लगा दिए. इसके बाद लड़की ने जहर खा लिया.
सोमवार को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस ने गैंगरेप, खुदकुशी के लिए उकसाने और एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है. विक्टिम के पिता ने पुलिस को की गई शिकायत में कहा है कि मेरी बेटी करीब एक माह पहले गांव के एक मंदिर के पास से पानी लेने गई थी. गांव के ही रहने वाले राहुल, प्रवीण, काला ने उसे दबोच लिया और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया.
लड़की के पिता ने आगे कहा कि लड़की ने घर आकर अपनी मां को घटना की सारी बात बताई. हमने समाज में बदनामी के डर से पुलिस में शिकायत नहीं की. लेकिन बेटी के साथ ऐसा दोबारा ना हो, इसलिए तीनों लड़कों के परिवार वालों से शिकायत की. सोचा था वे लड़कों को समझाएंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. तीनों लड़के घर के बाहर चक्कर काटने लगे. जब भी मेरी बेटी किसी काम से घर से बाहर निकलती, उसे ताने देते और छेड़खानी करते.”
लड़की के पिता ने आगे कहा है कि वे (आरोपी) आए दिन रेप की बात लोगों को बताने की धमकी देकर उसे फिर से गलत काम के लिए बुलाने लगे. जब मेरी बेटी उनके पास नहीं गई तो. उन लड़कों ने घर के बाहर घटना से जानकारी वाला पर्चा लगा दिया. लड़कों की हरकतों से तंग आकर मेरी बेटी ने बदनामी के डर से 16 सितंबर की रात को जहरीला पदार्थ पी लिया. हम बेटी को उचाना के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में लेकर गए. वहां से गंभीर हालत में उसे अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. जहां सोमवार सुबह उसकी मौत हो गई.
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