नई दिल्ली। देश की राजधानी में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लगा एक बैनर गुरुवार सुबह से ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. स्वच्छ भारत अभियान से जुड़े इस पोस्टर में देश के पहले कानून मंत्री और संविधान निर्माता डॉ. अम्बेडकर को सफाई करते दिखाया गया था.
इस पोस्टर के सामने आने के बाद देश भर में हलचल शुरू हो गई. भारत सहित विदेशों में भी मौजूद अम्बेडकरवादियों ने सोशल मीडिया पर विरोध दर्ज कराया. दलित दस्तक को भी व्हाट्सअप और फेसबुक पर अपने पाठकों और दर्शकों से सूचना मिली तो अम्बेडकरवादी अपनी मीडिया दलित दस्तक से मामले की पड़ताल करने को कहने लगे. बाबासाहेब के सम्मान से जुड़ा मामला होने के कारण ‘दलित दस्तक’ ने इसे अपनी जिम्मेदारी समझते हुए इस मामले की पड़ताल की.
डॉ. अम्बेडकर को सफाई करते दिखाया जाने वाला पोस्टर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 16 पर लगाया गया था. बाबासाहेब के दो पोस्टर लगाए गए थे. दलित दस्तक ने जब उसका वीडियो बनाना चाहा तो वहां मौजूद रेलवे पुलिस के जवानों ने रोक दिया और उसी दौरान पोस्टर को तुरंत उतार दिया. हालांकि दलित दस्तक के कैमरे में वहीं मौजूद बाहुबली फिल्म के हीरो का पोस्टर कैद हो गया, जिसे थोड़ी देर बाद उतार दिया गया.
सोशल मीडिया पर वायरल होने के कारण रेलवे स्टेशन पर अम्बेडकरवादी युवा पहुंचें और रोष जताया और बाबासाहेब के अपमान को नहीं सहने की बात कही. हालांकि यह मामला फैलने के बाद रेलवे अधिकारी भी सचेत हो गए. उन्होंने कैमरे के सामने अपना बयान देने से तो मना कर दिया.
डीआरएम ऑफिस की ओर से जारी एक बयान में अधिकारी ने बताया कि स्वच्छता अभियान से जुड़े इस पोस्टर को अंत्योदय नाम के एनजीओ की ओर से लगाया गया था. इसके लिए रेलवे से अनुमति भी नहीं ली गई थी और इसका पता लगते ही इन पोस्टरों को स्टेशन से हटा दिया गया है और ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
-उत्तम ज्योति की रिपोर्ट
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