राम रहीम के अलावा इन बाबाओं पर भी चल रहे हैं केस

बाबा गुरमीत राम रहीम पर फैसला आया जिसमें उन्हें बलात्कार जैसे घिनौने कृत्य के लिए दोषी पाया गया है. भारत में ऐसे बाबाओं का इतिहास कोई नया नहीं है बल्कि ये काफी पहले से चलते आ रहा है. बाबा राम रहीम पर पंचकुला कोर्ट ने हाल ही में फैसला सुनाया जिसमें वे बलात्कार को लेकर दोषी पाए गए. बाबा राम रहीम के अलावा भी कई ऐसे बाबा हैं जिन पर गंभीर आरोप लग चुके हैं. आइए आपको इनके बारे में बताते हैं…

आसाराम बापू
आसाराम बापू अपने भक्तों के लिए भगवान से भी ज्यादा बड़कर माने जाते थे. आसाराम बापू का पूरा नाम आसूमल थाऊमल हरपलानी है. इनका जन्म 17 अप्रैल 1941, नवाबशाह जिला, सिंध प्रान्त में हुआ था. आसाराम बापू फिलहाल तो जेल मे हैं लेकिन पहले ये एक कथावाचक और आध्यात्मिक गुरू थे जो अपने शिष्यों को एक सच्चिदानन्द ईश्वर के अस्तित्व का उपदेश देते हैं. उन्हें उनके भक्त प्रायः बापू के नाम से सम्बोधित करते हैं.

आसाराम 400 से अधिक छोटे-बड़े आश्रमों के मालिक हैं. उनके शिष्यों की संख्या करोड़ों में है. आसाराम बापू सामान्यतः विवादों से जुड़े रहे हैं जैसे आपराधिक मामलों में उनके खिलाफ दायर याचिकाएँ, उनके आश्रम द्वारा अतिक्रमण, 2012 दिल्ली दुष्कर्म पर उनकी टिप्पणी एवं 2013 में नाबालिग लड़की का कथित यौन शोषण. उन पर लगे आरोपों की पर्त एक के बाद एक खुलती जा रही है. आरोपों की आँच उनके बेटे नारायण साईं तक पहुँच चुकी है जो अभी भी फरार है. न्यायालय ने उन्हें न्यायिक हिरासत में रखने का निर्णय लिया है. फ़िलहाल आसाराम जोधपुर जेल की सलाखों के पीछे कैद हैं.

बाबा रामपाल
बाबा रामपाल अपने आप को 445 साल बाद प्रकट होनेवाल वो हिंदू संत करार देते थे जिसका जिक्र सन 1555 में प्रसिद्ध भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस ने किया था. इन्होने कहा था कि एक ऐसा हिंदू संत प्रकट होगा, जो पूरी दुनिया में भारत को विश्व गुरू के तौर पर स्थापित करेगा और साल 2006 ये उरूज में आए. रामपाल अपने आप को वही संत बताते थे. बाबा रामपाल अपनी अय्याशी और अपने हाईटेक आश्रम को लेकर सुर्खियों में आएं.

इन्होने अपने आश्रम में हर जगह कैमरे लगा रखे थे. और इनके आश्रम में अय्याशी के लिए हर चीज थी, जैसे बुलेटप्रुफ सिंहासन, फाइवस्टार बेडरूम और आश्रम, हाईटेक तहखाना. इन्हे भी जेल की हवा खानी पड़ी.

निर्मल बाबा
भक्तों पर कृपा बरसाने वाले निर्मल बाबा लोगों के बीच बहुत जल्दी ही अपनी जगह बना पाएं थे. ये लोगों के दुख कम करते उनकी गरीबी भी दूर करते थे और उन पर कृपा बरसाते थे. निर्मल बाबा का पूरा और वास्तविक नाम निर्मलजीतसिंह नरूला हैं. इनके खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई थी कि इनके दो खातों करोड़ों रूपयें जमा है.

इस कमाई का जरिया भी उनके भक्त ही थे. उनके समागम में भक्तों के आने का शुल्क और दसवंत के जरिए उन्होने करोड़ो रूपयें का कारोबार किया. निर्मल बाबा के लिए ये सब एक बिजनेस जैसा ही था. कई लोगो को उनके द्वारा बताएं टिप्स से फायदा नही हुआ तो उन्होने इसकी शिकायत की. इससे पहले भी वे कई बिजनेस कर चुके है लेकिन उन्हे कोई सफलता हासिल नही हुई. एक भक्त ने आस्था और विश्वास के साथ खिलवाड़ को लेकर इन पर आरोप लगाएं तभी से ये सुर्खियों में हैं.

नित्यानंद
नित्यानंद बाबा 2010 में एक सेक्स सीडी के कारण सुर्खियों में आएं. जो 32 साल की उम्र में ही दक्षिण भारत के गुरुओं के बीच बहुत ऊंचा रुतबा हासिल कर चुका था. हम बात कर रहे हैं स्वामी नित्यानंद की. इन आरोप लगे कि सीडी में नित्यानंद एक मशहूर अदाकारा के साथ थे-साथ ही ये सवाल उठने लगे कि नित्यानंद योगी हैं या ढोंगी.

स्वामी नित्यानंद सेक्स स्कैंडल के वक्त महज 32 साल की उम्रवाले स्वंयभू तांत्रिक, अद्वैत गुरु, जिसका बैंगलुरु से 50 किलोमीटर दूर 29 एकड़ में फैला विशाल आश्रम था. वो मदुरै के 1500 साल पुराने शैव मठ मदुरै अधीनम का उत्तराधिकारी भी था. बाद में उसे इस पद से हटा दिया गया. देश-विदेश में उनके लाखों भक्त थे. सेक्स सीडी सामने आते ही स्वामी नित्यानंद का सिंहासन डोल गया. नित्यानंद के आश्रम ने वेबसाइट पर भी बयान जारी किया कि सीडी साजिश और अफवाहों का घालमेल है. नित्यानंद अब करीब 34 साल के हैं. स्वंय भू तांत्रिक बनने से पहले वो तमिलनाडु के थिरुनामलाई के रहने वाले राजशेखर थे, लेकिन 22 साल की उम्र में नित्यानंद ने आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने का दावा किया. धीरे-धीरे वो एक बड़े आश्रम के मालिक बन गए. अदालत में वो आज भी ऐसे तमाम आरोपों से घिरे हुए हैं, जिनकी वहज से वो योगी की बजाय ढोंगी नजर आने लगे हैं.

 सारथी बाबा
सारथी बाबा जिनका वास्तविक नाम संतोष राउल हैं. ये स्वयंभू साधू है. 2015 में सोशल मीडिया पर इनकी तस्वीरें वायरल हुई थी. इन तस्वीरों में एक आदमी जींस और टी-शर्ट पहने हुए है. एक स्थानीय न्यूज चैनल का दावा था कि सारथी बाबा और एक महिला ने चार सितारा होटल में एक साथ तीन दिन बिताए हैं.

चैनल ने सारथी बाबा की आईडी कार्ड को सबूत के तौर पर पेश किया था. इसके बाद उन्हे उड़ीसा से धोखाधड़ी और कई दूसरें आरोपों को लेकर गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ शांति का संदेश दिया है और कोई अपराध नहीं किया. उल्लेखनीय है कि संतोष राउल से बाबा बनने के बाद इस धर्मगुरु ने खुद को कृष्ण का अवतार कहना शुरू कर दिया.

इच्छाधारी संत बाबा भीमानंद
पैसे ब्याज पर देने के धंधे से भीमानंद ने कई सौ करोड़ रुपए की जायदाद और काला खजाना जुटाया. सांप का साथ होना स्वामी भीमानंद की पहचान बन गया. ये शख्स भगवा चोला ओढ़कर दुनिया को अच्छा बनने का प्रवचन देता था. जब ये गेरुआ वस्त्र पहन कर प्रवचन देता था तो इसका नाम होता था- इच्छाधारी संत स्वामी भीमानंद महाराज चित्रकूटवाले.

लेकिन सांप वाला ये इच्छाधारी बाबा रात ढलते ही अपने असली रूप में आ जाता था. गेरुआ वस्त्र उतर जाता था, पैरों पर टाइट जींस, जिस्म पर नए फैशन की टीशर्ट. हाथों में मोबाइल और महंगी कार से रात के अंधेरे में जिस्म के धंधे का संचालन. ये 600 कॉलगर्ल के साथ जिस्मफरोशी का धंधा चलाते थे. इनका सेक्स रेकेट पकड़ा गया और आज ये जेल की सलाखों के पीछे है.

राधे मां
राधें मां अश्लीलता फैलाने के आरोप में प्रतिबंधित किए जाने को लेकर हाल ही में चर्चा में आई थी. इन पर दहेज उत्पीड़न का भी आरोप हैं. राधे मां ग्लैमरस धर्मगुरू है. इनका वास्तविक नाम सुखविंदर कौर है. इनका जन्म 1965 में पंजाब जिले के गुरूदासपुर के दोरंगला गांव में हुआ था. सुखविदंर की शादी सत्रह साल की उम्र में हुई थी. 22 साल की उम्र में उनके छह बच्चे थे.

इनके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी तो पति कतर काम करने के लिए चले गए. जिसके बाद इन्होने अध्यात्म की तरफ रूख किया और महंत रामदीन की शिष्या बन गई. यही पर इन्हे राधे नाम मिला. वे उनके साथ सत्संग में जाने लगीं और लोगों से अपनी जान-पहचान बनाने लगीं. कुछ दिनों में उनके खुद के शिष्यों की संख्या बड़ गई और उन्हे राधें मां कहा जाने लगा. राधे मां पर हाल ही में दहेज उत्पीड़न और अश्लीलता फैलाने का आरोप है. जिसकी वजह से ये सुर्खियों में बनी हुई है.

 

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