नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जेडीएस के साथ मिलकर प्रदेश की राजनीति को नया मोड़ देने वाली बसपा ने अब निकाय चुनाव में भी धमाकेदार प्रदर्शन किया है. कर्नाटक के शहरी निकाय चुनाव में बसपा ने चौंकाने वाला प्रदर्शन किया है. पार्टी ने 13 सीटें जीतने में कामयाबी हासिल की है. विधानसभा चुनाव में बसपा उम्मीदवार एन. महेश ने जीत हासिल की थी. वो फिलहाल सरकार में मंत्री भी हैं.
कर्नाटक में 21 जिलों की 102 शहरी निकायों के 2664 वार्डों के लिए 31 अगस्त को मतदान हुआ था. सोमवार को इसके नतीजे सामने आ गए. इसमें कांग्रेस 982 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. दूसरे नंबर पर बीजेपी है जिसके खाते में 929 सीटें गई हैं. वहीं कांग्रेस के साथ प्रदेश सत्ता चला रही जेडीएस को 375 सीटों पर जीत मिली है. अन्य के खाते में 328 सीटें गई हैं.
चुनावी नतीजों ने 2019 लोकसभा चुनाव में कर्नाटक में बेहतर प्रदर्शन की आस लगाए भाजपा को सकते में डाल दिया है. जिस तरह कांग्रेस और जेडीएस ने 50 फीसदी सीटों पर कब्जा कर लिया है, उसने भाजपा को परेशान कर दिया है. दूसरी ओर 13 सीटें जीतने वाली बसपा का कद प्रदेश की राजनीति में और बढ़ गया है. इस जीत के बाद 2019 चुनाव में बसपा गठबंधन में मजबूत साझीदार के रूप में सामने आई है. वह इस जीत का लाभ लोकसभा चुनाव में गठबंधन में अपनी सीटें बढ़ाने के लिए कर सकती है.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने जेडीएस के साथ गठबंधन किया था. इसका असर भी उस चुनाव में दिखाई दिया और बहुजन समाज पार्टी ने एक सीट जीत कर अहम कामयाबी हासिल की थी. उसके बाद अब मायावती की पार्टी ने कर्नाटक निकाय चुनाव में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बीएसपी की ये जीत बेहद अहम मानी जा रही है. खास तौर से मायावती के लिए उत्तर प्रदेश से बाहर अपनी पार्टी को लेकर जाने के लिए ये नतीजे काफी अहम साबित हो सकते हैं.