बसपा ने प्रदेश को चार जोन में बांटा, प्रदेश प्रभारियों की बैठक में हुआ फैसला

रायपुर| बसपा सुप्रीमो मायावती ने निर्देश दिया है कि सितंबर से पहले पार्टी प्रदेश में सभी बूथों पर अपने एजेंटों की नियुक्ति कर ले। इतना ही नहीं सेक्टर और ब्लॉक लेवल पर भी चुनावी टीम इस अवधि के अंदर तैयार ली जाए। सितंबर के पहले या दूसरे हफ्ते में छग बसपा के छह प्रभारी तीसरी समीक्षा बैठक करेंगे। हालांकि इससे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ उनकी बैठक की संभावना भी है। पार्टी ने चुनाव के मद्देनजर संगठन में बड़ा बदलाव किया है। जिसके बाद प्रदेश को चार जोन में बांटा गया है। पहले पार्टी पांच जोन के आधार पर चुनाव लड़ती रही है। जोन एक में रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, जांजगीर को रखा गया है। जबकि जोन दो में कोरबा और सरगुजा की लोस और विस सीटें हैं। जोन तीन में महासमुंद, दुर्ग, राजनांदगांव और जोन चार में बस्तर,कांकेर की सीटें रखी गई है। इसी के मुताबिक पार्टी चुनावी गतिविधियां संचालित करेगी। चारों जोन में प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के साथ स्थानीय पदाधिकारी भी होंगे। वहीं जोन की टीम की मॉनिटरिंग प्रदेश प्रभारियों के जिम्मे होंगी। बसपा के फिलहाल छह प्रदेश प्रभारी हैं।

सितंबर में तीसरी समीक्षा बैठक

सितंबर के पहले या दूसरे हफ्ते में तीसरी समीक्षा बैठक होगी। जिसमें प्रदेश प्रभारी संगठन के स्तर पर दिए गए निर्देश के आधार पर हुए कामों की प्रगति का रिव्यू करेंगे। कार्यकर्ताओं को सभी 90 सीटों पर तैयारियां करने के लिए कहा है। प्रदेश प्रभारियों की बैठक में हुआ फैसला।

लोकसभा की भी तैयारी

विधानसभा के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर फोकस करने को कहा गया है। पहले बसपा जिलावार विधानसभा सीटों के आधार पर तैयारियां करती थी। लेकिन इस बार लोकसभा क्षेत्र में आने वाली सीटों के मुताबिक चुनाव की रणनीति बनाई जाएगी। प्रभारियों ने कहा कि अब इसी पैटर्न पर तैयारियां करना है।

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