नई दिल्ली। आज 26 जून को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल के 43 साल पूरे हो गए हैं. 21 महीनों तक देश में आपातकाल लागू रहा था. बीजेपी आज तक कांग्रेस को इस मुद्दे पर घेरती है. मंगलवार को भाजपा काला दिवस के तौर पर मना रही है. यहां तक की प्रधानमंत्री ने भी बीजेपी पर करारा वार किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लेकर लगातार तीन ट्वीट किए हैं. आपातकाल के दौरान लड़ने वाले लोगों को उन्होंने सलाम किया है. दूसरे ट्वीट में पीएम ने आपातकाल को काला समय करार देते हुए कहा- भारत आपातकाल को एक काले समय के तौर पर याद रखता है जहां हर संस्थान को दबाया गया और भय का माहौल बनाया गया. केवल लोग ही नहीं बल्कि विचारों और कलात्मक स्वतंत्रता को राजनीतिक सत्ता के लिए बंधक बना लिया गया था.
तीसरे ट्वीट में पीएम मोदी ने गणतंत्र को मजबूत बनाने का आग्रह करते हुए लिखा- आइए हम सब मिलकर हमेशा अपनी लोकतांत्रिक आस्था को मजबूत बनाने के लिए काम करें. लिखना, बहस करना, विचार करना, सवाल करना हमारे लोकतंत्र के महत्वपूर्ण पहलू हैं जिसपर हमें गर्व है. कोई भी शक्ति कभी भी हमारे संविधान के बुनियादी सिद्धांतों को कम नहीं कर सकती है.
Read Also-‘साफ नीयत, सही विकास’ पर कांग्रेस का ‘विश्वासघात’
- दलित-बहुजन मीडिया को मजबूत करने के लिए और हमें आर्थिक सहयोग करने के लिये दिए गए लिंक पर क्लिक करें https://yt.orcsnet.com/#dalit-dastak
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।