नई दिल्ली। देश के प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) से पास आउट 50 पूर्व बहुजन युवाओं ने मिलकर नया राजनैतिक दल बनाया है. इनका दावा है कि इन्होंने अनुसूचित जातियों (एससी), अनुसूचित जनजातियों (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्गों (ओबीसी) के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए अपनी नौकरियां को छोड़कर यह राजनीतिक दल बनाया है. इन युवाओं ने राजनीतिक संगठन का नाम ‘बहुजन आजाद पार्टी’ (बीएपी) रखा है.
इस संगठन में मुख्यत एससी, एसटी और ओबीसी तबके के सदस्य हैं जिनका मानना है कि पिछड़े वर्गों को शिक्षा एवं रोजगार के मामले में उनका वाजिब हक नहीं मिला है. पार्टी ने भीमराव आंबेडकर, सुभाष चंद्र बोस और एपीजे अब्दुल कलाम सहित कई अन्य नेताओं की तस्वीरें लगाकर सोशल मीडिया पर प्रचार शुरू कर दिया है.
युवाओं के इस समूह का नेतृत्व 2015 में आईआईटी दिल्ली से स्नातक कर चुके नवीन कुमार कर रहे हैं. नवीन के मुताबिक, ‘हम 50 लोगों का एक समूह है. सभी अलग -अलग आईआईटी से हैं, जिन्होंने पार्टी के लिए काम करने की खातिर अपनी पूर्णकालिक नौकरियां छोड़ी हैं. हमने मंजूरी के लिए चुनाव आयोग में अर्जी डाली है और इस बीच जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं.’
पार्टी के बैनर पर पांच प्रमुख बातों को शामिल किया गया है, जो इस राजनैतिक दल का उद्देश्य साफ करता है. इसमें बहुत ही समझदारी से मुद्दों को चयनित कर के रखा गया है. इसमें जनसंख्या के अनुपास में बुहजनों (OBS SC ST) को निजी क्षेत्रों, उच्च न्यायालयों तथा पदोन्नति में आरक्षण, सभी क्षेत्रों में महिलाओं को श्रेणी वार 33 फीसदी आरक्षण,
भूमि सुधार, शिक्षा, स्वास्थ, कृषि, रोजगार, पर्यावरण तथा सामाजिक न्याय प्रणाली में व्यापक सुधार. प्रत्येक नागरिक में वैज्ञानिक दृष्टिकोण, मानवतावाद और ज्ञानार्जन की भावना का विकास करना और निजी क्षेत्रों में तथाकथित उच्च जाति को आर्थिक आधार पर विशेष अवसर देने की बात कही गई है.
हालांकि राजनीतिक पार्टी बनाने के बाद ये युवा जल्दबाजी में चुनावी राजनीति में नहीं कूदना चाहते हैं, बल्कि उनके पास बहुजन समाज के लिए अपना एक अलग प्लॉन है. इस ग्रुप ने साफ किया है कि वो 2019 के लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. नवीन कुमार ने मुताबिक, ‘हम जल्दबाजी में कोई काम नहीं करना चाहते और हम बड़ी महत्वाकांक्षा वाला छोटा संगठन बनकर रह जाना नहीं चाहते. हम 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव से शुरुआत करेंगे और फिर अगले लोकसभा चुनाव का लक्ष्य तय करेंगे.’
कुमार ने कहा, ‘एक बार पंजीकरण करा लेने के बाद हम पार्टी की छोटी इकाइयां बनाएंगे जो हमारे लक्षित समूहों के लिए जमीनी स्तर पर काम करना शुरू करेगी.’ यह समूह फिलहाल फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है. वह जाति और धर्म की राजनीति में नहीं बंधना चाहते हैं. नवीन कुमार कहते हैं, ‘हम खुद को किसी राजनीतिक पार्टी या विचारधारा की प्रतिद्वंद्वी के तौर पर पेश नहीं करना चाहते.’
Vision and sgenda of the Party must be spelt out clearly, and need to be warned that party doesn’t turn out to be handowork ruling party/ruling class .
हाल ही मे मै जोधपुर राजस्थान बी एस पी का जिला सचिव हु लेकिन यहा पर हो रहे पार्टी कार्य से खुश नही हु मै आपकी पार्टी मे काम करना चाहता हु मेरी fb Jetsa Hello के नाम से है आप खोलकर देखा सकते है मैने मेरा बिजनेस बन्द करके 30 days पार्टी मे काम किया है 9829776546
हमारी कोई पार्टी नहीं है। हम पत्रकारिता के लोग हैं।