नागपुर। रामदास अठावले जब से भारतीय जनता पार्टी के साथ आए हैं, अम्बेडकरवादी संगठन से जुड़े कार्यकर्ता उनसे नाराज चल रहे हैं. पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में अठावले को विरोध के कारण एक कार्यक्रम से बैरंग वापस लौटना पड़ा था, तो अब उन्हें महाराष्ट्र में विरोध का सामना करना पड़ा है.
महाराष्ट्र में मराठावाड़ा यूनिवर्सिटी के नामांतर दिवस की सालगिरह के अवसर पर दलित कार्यकर्ताओं ने अठावले का विरोध किया. अठावले विश्वविद्यालय परिषद में एक समारोह को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान कुछ दलित कार्यकर्ता उनके खिलाफ प्रदर्शन करने लगे. दरअसल अठावले द्वारा संचालित रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के कर्मियों ने उनके भाषण के लिए एक अलग मंच तैयार किया था, जिससे नाराज़ दलित कार्यकर्ताओं ने विरोध में कुर्सियां उछालनी शुरू कर दी और उनके खिलाफ जमकर नारेबाज़ी करने लगे.
हालांकि हंगामे के बावजूद भी अठावले ने अपना भाषण जारी रखा और उनके समर्थक बचाव में उनके चारों तरफ घेरा बनाकर खड़े रहे. इससे पहले गाजियाबाद में भी भाजपा नेता द्वारा संविधान के खिलाफ दिए गए बयान से गुस्साए दलित समाज के युवकों ने एक कार्यक्रम से भाजपा सरकार में मंत्री रामदास अठावले को वापस लौटने पर मजबूर कर दिया था.
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